योर कोट वो मंच है जहां उद्गार लिखती है मेरी कलम मेरी दवात मेरे दिल से निकलता है मेरा हर अल्फ़ाज़ सादगी से कहता हूं मैं हर किसी की बात लोग जलें या डरें इसमें मेरा नहीं कोई दोष मैं शायर हूं लिखता हूं सच्चाई से जज़्बात इसलिए दिलों में बसता हूं बनकर आवाज़ मेरी शोहरत मेरा नाम है,जीने का अंदाज़ अच्छे सच्चे मित्रों का भक्तिपूर्वक रहूं मोहताज डॉ लाल थदानी #अल्फ़ाज़_दिलसे 28.8.2021 Collab with this prompt by using the hashtag #cwafriend Font- Baskerville Italic सबके उद्गार लिखती है मेरी कलम मेरी दवात मेरे दिल से निकलता है मेरा हर अल्फ़ाज़