रिवाजों की बेड़ियाँ तोड़ सकते है पर अपने ही मन से हमने अपनेही मन को फर्ज की बेड़ि से जखड रखा है जिसे तोडना चाहो तो भी हम तोड नहीं सकते !! रिवाजों की बेड़ियों में बंधे हुए हैं लोग अभी... #रिवाजोंकीबेड़ियाँ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi