हालत अपनी तंग है, फूटी कौड़ी ना संग है "हे भगवान मैं क्या करूँ महँगाई में जेब तंग है आत्महत्या करके मर जाऊं क्या जिन्दगी एक जंग है" इंसान बेचारा महंगाई का मारा