सूई की संतान जमाना बदल गया है प्यारे जमाना बदल कहाँ तक जाए एक तरफ हैं खडा कुपोषण दूसरा स्वयं कुपोषित हो जाए पैसा धेला कम नहीं तब भी वजन क्यों है लियो घटाए ये नया जमाना है बाबू जी हर कोई फैशन पर मर जाए फिकर फिगर की इतनी ज्यादा भले बाद में सुई टुचवाए संतान आ रही है सुई वाली आते ही उलटी सांस चलाए आ गई अब पीढी पुडिया सी दवाई जैसे उसे खिलाए परखनली सुई की संतानें वैलिडिटी तक ही चल पाए तीन माह हैं का कुछ हो रौ गलती से न केहो बताए पैदा होत पीलिया हो जै माँ फैशन में ना दूध पिलाए सृष्टि नियम का बिगाड़ संतुलन कौरव सी संतान ले आए कर अधर्म ले आए खिलौना लोभ खेल कहाँ तक जाए #Sadharanmanushya ©#maxicandragon #सूई_की_संतान जमाना बदल गया है प्यारे जमाना बदल कहाँ तक जाए एक तरफ हैं खडा कुपोषण दूसरा स्वयं कुपोषित हो जाए