हक का सवाल है एक मुशकुराहट पर बवाल है. खुदखुशी भी करजाऊ फिरभी खड़ा कितना सवाल है हर तरफ गदारी है हर तरफ मक्कारी है बस कुछ सिक्को के लिए उसने उसकी जान मारी है. दाल रोटी का सवाल है राजनिति मे उठा बवाल है उस मुल्क को तबाह कर दो चाहें अपना कितना हि बुरा हाल हो बस इतना सा सवाल है कि कौन किसका दलाल है बवाल सवाल