जब कंकर - कंकर है शंकर.. हर भूत पिशाच मे जयकारा.. तो क्यों भटकू मंदिर - मंदिर.. मेरा भाग्य विधाता ओमकारा.. शिव भक्ति का रोग लगा दो.. मुझको भी मतवाला कर दो.. समां जाओ मेरे मन मे शम्भू.. मेरे मन को शिवाला कर दो.. जब कंकर - कंकर है शंकर.. हर भूत पिशाच मे जयकारा.. तो क्यों भटकू मंदिर - मंदिर.. मेरा भाग्य विधाता ओमकारा.. शिव भक्ति का रोग लगा दो.. मुझको भी मतवाला कर दो.. समां जाओ मेरे मन मे शम्भू..