Nojoto: Largest Storytelling Platform

वक्त की आहट को जान । नसा को तु नही नसा तुझे अन्दर

वक्त की आहट को जान ।
नसा को तु नही नसा तुझे अन्दर _ अन्दर हि
खाता जा रहा है ।
एक बार दिल ,किटनी फेफङो से पूछ ,
उनक दर्द किस हद तक बङता जा रहा है ।
बकी तु खुद समझदार है ,
धीरे धीरे समझ जाये गा ।
           Ameesa patel नसा
वक्त की आहट को जान ।
नसा को तु नही नसा तुझे अन्दर _ अन्दर हि
खाता जा रहा है ।
एक बार दिल ,किटनी फेफङो से पूछ ,
उनक दर्द किस हद तक बङता जा रहा है ।
बकी तु खुद समझदार है ,
धीरे धीरे समझ जाये गा ।
           Ameesa patel नसा