चिकित्सा एवं शिक्षा का अंतर्राष्ट्रीय सेवा रत्न पुरस्कार,2005 यूँ ही नहीं मिल जाती है मंजिल खुद को कर्म की भट्टी में तपाना पड़ता है अब कहीं जाकर मिलती है सफलता और तब एक बड़ा मुकाम मिलता है ©DR. LAVKESH GANDHI #safalta# #safaltakevichar # # सफलता के लिए समय के साथ चलना पड़ता है #