उम्मीद ए वफा उतनी ही की थी हमनें, जितनी हम निभा सकते थे! खैर पूछ कर गैरियत ना दिखाईये, यहाँ के हालात से रूबरू है आप, यूं हँस कर बात ना टालिए। ये बताईये हमारी याद में, उनको कितने आंसू गिराकर दिखाए आपने?