Rain बारिश के साथ हर लम्हा जीने को मन करता है न हो मुझसे वो भी तनहा ऐसे भीगने को मन करता है चला न जाए ये सावन भी हर किसी के हाथ से मैं बैठा हूँ अकेला और खोया हूँ उसकी याद में अब गरजेंगें ये बादल भी जोर -जोर से अपनी आवाज में टिप -टिप करके बरसेगा पानी उस दूर वाले आसमान से #poem barish or mai