महबूबा महबूबा ! बनाइलेउ मोय दूल्हा जलाइदेउ मेरा चूल्हा धत तेरे गेसू उफ़्फ़ तेरी अंख्या हाय तेरी बातां पी जाऊं घोलको कुछ तेरी मस्ती उफ़्फ़ तेरा जलवा मरगा मरगा मै बिका बिना मोलको अब के जो मुह को मोड़ा अब के जो दिल को तोड़ा अम्मा की क़सम ख़ाको खालूँगा ज़हर थोडा महबूबा महबूबा.... ना तुम्हीं आतैं , ना हमको बुलातैं अजी जी को जलातैं , घपकलूंगा देखना ऐसा क्यों करतैं , ज़ुल्म क्यों ढातयैं क्या नख़रे दिखातैं , घपकलूंगा देखना कैके ये लटका , कैके ये झटका कैके ये मटका , करलेउ दिल चौड़ा महबूबा महबूबा..... 😊🌷#good evening🌷😊 : मेरे दिल की रानी मेरे नावासों की नानी देखलेउ आग्यो मैं महबूबा महबूबा ! बनाइलेउ मोय दूल्हा जलाइदेउ मेरा चूल्हा