कही दिवाली का मतलब रौशन जहां, धुंआ धुंआ का नजारा था। वही कही दिवाली का मतलब, अमावस्या रात न गवारा था। क्या क्या लिखू किस किस पर लिखूं, मुद्दा एक हो तो न एक पर लिखूं। किसी के घर में किसीकी कमी है, किसी के जेबो में पैसे की नमी है। बस इतनी अता करना ए मालिक, रौशन हो जहां के सारे द्वार। भले जले मेरे आंगन एक दिया पर, दिवाली हो सबका सकार।। - आर्यावर्त वेद प्रकाश happy Diwali #nojoto_family sorry for being late...😉😊 Akshita Jangid(poetess) @prathna_behra