क्या है हमारी औकात हमने बतलाना छोड़ दिया, भोलेनाथ जब से हम डूबे तेरी दीवानगी में तो मौत ने भी हम से टकराना छोड़ दिया। जय भोलेना ©AMIT KUMAR life creation mahakal shayari