इतने हसीन हैं दो नैन... क्यूं न ये दिल तुम पे मरे, ताउम्र सदक़े जाँवा मैं... पर तुम्हारी ऐतराज से भी तो ड़रे; ग़र मिलजाओ तो ज़िंदगी भी सँवर जाए बड़ी परवेज़ से, फिर न कोई पंख चाहिए हौँसलो को सही परवाज़ के। परवेज़: किस्मत, परवाज़: उड़ान Love expression