Nojoto: Largest Storytelling Platform

आपके बिन जिया न जाये तो दिल क्या करे.....💕🐒 :💕�

आपके बिन जिया न जाये तो दिल क्या करे.....💕🐒 :💕🐒
इस देश में प्राणी मात्र के प्रति उदारता का महत्व है। गाय को चारा, पक्षियों को दाना एवं चींटियों को ‘कीड़ी नगरा’ जैसी परम्पराएं भले ही धर्म के नाम पर चलती हों, किन्तु व्यक्ति के मन में प्राणी मात्र के लिए सम्मान पैदा करने जैसा दुर्गम कार्य आसानी से हो जाता है। इन भावनाओं के स्पन्दन शरीर की ऊर्जा को संतुलित रखते हैं। शरीर प्रसन्न एवं निरोग रहता है। व्यक्ति व्यष्टि से समष्टि भाव की ओर बढ़ता रहता है।
:
कोई आशिक़ बनाये तो दिल क्या करे ...💕💕💕🍫🍫🍫☕☕🍫☕👨💕👨👨👨💕💕🐒🐒🐒🐒🐒
आपके बिन जिया न जाये तो दिल क्या करे.....💕🐒 :💕🐒
इस देश में प्राणी मात्र के प्रति उदारता का महत्व है। गाय को चारा, पक्षियों को दाना एवं चींटियों को ‘कीड़ी नगरा’ जैसी परम्पराएं भले ही धर्म के नाम पर चलती हों, किन्तु व्यक्ति के मन में प्राणी मात्र के लिए सम्मान पैदा करने जैसा दुर्गम कार्य आसानी से हो जाता है। इन भावनाओं के स्पन्दन शरीर की ऊर्जा को संतुलित रखते हैं। शरीर प्रसन्न एवं निरोग रहता है। व्यक्ति व्यष्टि से समष्टि भाव की ओर बढ़ता रहता है।
:
कोई आशिक़ बनाये तो दिल क्या करे ...💕💕💕🍫🍫🍫☕☕🍫☕👨💕👨👨👨💕💕🐒🐒🐒🐒🐒

:💕🐒 इस देश में प्राणी मात्र के प्रति उदारता का महत्व है। गाय को चारा, पक्षियों को दाना एवं चींटियों को ‘कीड़ी नगरा’ जैसी परम्पराएं भले ही धर्म के नाम पर चलती हों, किन्तु व्यक्ति के मन में प्राणी मात्र के लिए सम्मान पैदा करने जैसा दुर्गम कार्य आसानी से हो जाता है। इन भावनाओं के स्पन्दन शरीर की ऊर्जा को संतुलित रखते हैं। शरीर प्रसन्न एवं निरोग रहता है। व्यक्ति व्यष्टि से समष्टि भाव की ओर बढ़ता रहता है। : कोई आशिक़ बनाये तो दिल क्या करे ...💕💕💕🍫🍫🍫☕☕🍫☕👨💕👨👨👨💕💕🐒🐒🐒🐒🐒