क्या उसका हाथ तनिक भी सच नहीं कांपा होगा। उन मासूमों के नर्म - नाज़ुक गर्दन को चांपा होगा॥ किस ख़ता की सज़ा दिया उन बुलबुल मैनों को। मरहूम कर दिया सपनों से उन दो दो नन्हे नैनों को॥ अपने अंश के दर्द को उसका रूह नहीं भांपा होगा? उन मासूमों के नर्म - नाज़ुक गर्दन को चांपा होगा॥ क्या उसकी मजबूरी होगी, ये रब जाने या जाने वो। वरना कलेजे के कतरे को क्यूँ छोड़ती मर जाने को॥ सबकी ज़िंदगी को मौत से महँगा उसने मांपा होगा। उन मासूमों के नर्म - नाज़ुक गर्दन को चांपा होगा॥ ✍🏻@raj_sri #yqbaba #yqdidi #yqtales #murder #honourkilling #etah #rasi