हरेक भाव के अनेक भाव होते है किसी का साथ न होना एक अलग दुख है किसी का जीवन से चले जाना अत्यंत दुखद है जाना चीज़ों को छोड़कर इंसानों को तोड़कर जाना जैसा शब्द अनजाने ही प्रयोग नही किया जाता यह होता है सोची समझी साज़िश जैसा साजिश,भावनाओं के विरुद्ध जाना शब्द की पदवी मुझे किसी षडयंत्र मंडली के मुखिया सी लगती है किसी के जाने के बाद हो जाता है व्यक्ति बेबस,नाखुश,डरपोक,बुज़दिल,अधमरा कमज़ोर मानसिक और शारीरिक तौर पर उसे खिड़कियों के हवा से हिलने पर भी आपदा की स्थिति प्रतीत होने लगती है विपरीत शब्द का महत्व जीवन की प्रयोगशाला में प्रोफेसर किस्मत दिन अच्छे से समझाते है इस पाठ में मैंने सीखा जाना दुखद आना सुखद होता है मैंने पढ़ा भी है केदारनाथ सिंह जी ने लिखा है जाना हिंदी की सबसे ख़ौफ़नाक क्रिया है तब महज़ पढ़ा था अब महसूस हो रहा है कि जाना जीवन की सबसे ख़ौफ़नाक क्रिया है ©Neha Gulati Sabrang #Nojoto #Life #kavita #nehagulati