एक बवंडर सा आया था एक रोज़ वो उड़ा ले गया हर सोच वो उसकी बातों में खोई ऐसी की खुद को भुला बैठी जैसी कहानियां वो सुनाता गया सपने मैं पिरोती गई ख़्वाब और हक़ीक़त का फर्क भूला बैठी पतझड़ में फूलों का इंतजार कर बैठी उम्र, वक़्त, हवा, सांसें सब थम सी गईं थी मेरे दिल के दरवाज़े पर रोज़ इश्क़ की दस्तक होने लगी थी एक दिन अचानक उसने बोला घर लौटना है मैंने सोचा, घर उसका मैं, वो मेरा तो कौनसा घर? फिर याद आया वो तो एक मुसाफिर था जो बस एक रोज़ मेरी गली से गुज़रा था उसे अच्छा लगा तो कुछ देर ठहर गया राहगुज़र तो कई गुज़रे इस गली से सालों साल पर कोई जाते वक़्त दिल निकाल कर नहीं ले जाता वो कोई जादूगर था शायद जो जिस्म से रूह तक ले गया मेरी आंखों से हज़ार सपने संग ले गया छोड़ गया तो बस कुछ यादें और ढेर सा इन्तजार आंखों में अश्क और जुबां पे सिर्फ उसका नाम वो अपनी राह को निकल गया और मैं आज भी बुत बनी यहीं बैठी हुं के शायद...........वो @deepali dp #mojzamiracle #deepalidp #rahaterooh #jashnerelhta #hindishayari #littlestory #love #stranger