मै सागर का तट अगर हूं तो तुम सागर की लहरे हो प्रेम यदि ठहराव को ढूंढे तो तुम प्रेम के पहरे हो प्रेम अगर सागर सा है तो तुम उसकी गहराई हो प्रेम अगर हवा सा है तो तुम ही महसूस कराई हो प्रेम अगर एक रूप में है तो तुम उसकी परछाई हो प्रेम अगर फूलो से है तो तुम बन कर खुशबू छाई हो ©D.K. Sayar Multiple articles प्रेम #DKSMA #dk_sayar_multiple_articles #लव #Feeling #Mic