चाँद के बाद भी जहांन है एक और एक ओर मैं एक है मेरा जैसा एक और जहाँ चलता है कुछ उसका जोर ओर कुछ मेरा जोर कभी खोमोशी तो कभी बेहिसाब शोर क़दम मेरे एक अनजान सी मंजिल की तरफ भागे जैसे मैं चल रहा हूँ मुझसे भी बहुत आगे शायद कुछ है जो आ रहा है सामने से ज़रा सा घबरा रहा हूँ मैं उसे ख़ुद में समाने से दिखता तो वो मेरे ही जैसा है काफी हद तक नजरअंदाज करता हूँ मैं भी उसे चाहू जब तक #अनकहे_अल्फाज #nojoto #hindi #nojotofamily