Nojoto: Largest Storytelling Platform

मेमना खुला छोड़ दिया जाता है हरी घास मे उसके बड़ा मो

मेमना खुला छोड़ दिया जाता है हरी घास मे
उसके बड़ा मोटा बकरा बन जाने की आस में
उसका यूँ मोटा हो जाना पड़ जाता है उसे भारी
खाता नहीं घास, जो समझ जाता वह, यह लाचारी
कि अब शेर ही नहीं, इंसान भी हो गया माँसाहारी
अपने बनाये हुए इंसान से अब प्रकृति भी हारी

©Kamlesh Kandpal
  #mansahari