बचपन और लोरी माँ मुझे आज भी वह दिन याद आते है जब हम बदमाशियां करते थे और तुम कहती थी अगर दोबारा कोई गलती की तो मैं तुम्हे खाना नहीं दूंगी और जबतक हम खाना नहीं खाते थे भूखी रहती थी अगर खाना कम हो तो कहती थी मैंने खालिया है तुम खा लो और तुम भूखे सो जाती थी आज हमें आपके के साथ रहने को तरसते है माँ आप से हमे दूरी बर्दास्त नहीं होती क्या करूं हालात की वजह से हमे आप से दूर हु जब जालिम जमाना हमपे जुल्म करता है तो आप का आँचल याद आता है आप की लोरी भी याद आती है आप की लोरी सुने बिना नीद भी नहीं आती i miss you maa i love you maa i miss you mom #BachpanAurLori #nojoto #nojotohindi