ये गुब्बारे उड़ कर कहाँ जाते हैं एक बार छूटे या छोड़े गए फिर लौट के क्यों नही आते हैं हमने तो इनको कभी देखा नही की कहीं उतर कर आये हों किसी और के सपनों सहित ही सही मेरे घर गलती से चले आये हों क्या खुदा पकड़ लेता है इनको जैसे ही ओझल होते हैं मेरी नज़रों से या फोड़ देता है इनको की तंग करते हैं उसको ये मालूम नही ये गुब्बारे भी उड़ कर न जाने कहाँ जाते हैं मालूम नहीं! #मालूमनहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi