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कल लिखते वक़्त अचानक से पेंसिल की नोक टूट गई, ध्या

कल लिखते वक़्त अचानक से
पेंसिल की नोक टूट गई,
ध्यान देने पर पता चला कि 
आख़िरी अक्षर तेरे नाम की मात्रा थी Uska Naam kalam ko bhi kabool nhi
कल लिखते वक़्त अचानक से
पेंसिल की नोक टूट गई,
ध्यान देने पर पता चला कि 
आख़िरी अक्षर तेरे नाम की मात्रा थी Uska Naam kalam ko bhi kabool nhi

Uska Naam kalam ko bhi kabool nhi #विचार