' क्या अब मैं कहूं ' मेरी आंखों तले जो है वो उसका ही चेहरा, मैं देखूं किसी को तो दिखे सिर्फ उसका ही चेहरा, मैं कह दूं की तुम हो या फिर कोई दूजा.. तुम ही बता दो क्या अब मैं कहूं.. वो भोली सी सूरत, वो मासूमियत की, दिखे जब तलब वो आंखो का पानी, मैं कह दू की तुम हो या फिर कोई दूजा.. तुम ही बता दो क्या अब मैं कहूं.. यह जोड़ी है जो पूरी लगी जब अधूरी, तुम सीने में धड़की या फिर कोई दुजी, मैं तुम को ही समझूं या समझू किसी को.. तुम ही बता दो क्या अब मैं कहूं.. ©Vikram S.Rana #tum hi bta do kya ab me kahu #Indian #lyrics #ranalyrical