इबादत होती नहीं हमसे अब तो तुम्हारी तिलावत करेंगे बेशकीमती नगीना हमारे हिस्से न जाये दोस्त भी हमारे हमसे मन ही मन अदावत करेंगे काश हम फिर से आबिद हो जायें ये कह कहकर यार हमारी खुशामद करेंगे तिलावत-धर्मग्रंथ पढ़ना,अदावत-दुश्मनी,आबिद-खुदा इबादत करने वाला,खुशामद-झूठी तारीफ आयुष कुमार गौतम इबादत तो होती नहीं हमसे..............