कुछ दिनो से ख़याल कर रहा हूँ 1 छापे मारी पे सवाल कर रहा हूँ ; दिखते नही fasbook पर सिफारिसे राजनीतियों पर तभी तो सुकून बयां कर रहा हूँ 1 सुकुन ए फेस्बूक