मुझे दर्द से शिक्वा न कोई ग़म से शिकायत है आजाओ तुम जिस हाल में हो मुझे अब भी मुहब्बत है यूं ना मुझे तड़पाओ अंजान बन कर ऐ मेरे दोस्त मैं ख़ुद मर जाओं जो तुम कहदो मेरी यही हसरत है I miss my friend