धन्य धन्य जगरानी सीताराम जी, धन्य बदरका भाबरा धाम सदैव "आजाद"अमर भारत माॅ॑ के लाल को,भारत करे प्रणाम चंद्रशेखर,"आज़ाद" हुए सारे भव बंधन त्याग कर आजादी के लिए लड़ते रहे, कर्तव्य धनु धार कर इंकलाब जिंदाबाद कहते रहे, शौर्य वाक् टंकार कर। आजाद था, आजाद हूं, आजाद रहूंगा 🇮🇳जय हिन्द जय भारत 🇮🇳 ©kavi neetesh #आजाद #चंद्रशेखर #देश #भारत #देशभक्ति #कविता #poem #Poet #Poetry अनुशीर्षक में पढ़े........ अंग्रेजों को ललकारते रहे, महाकाल सा अवतार धर अग्निपथ पर बढ़ते रहे,भारत माता की जय कार कर क्रांतिकारियों के दग्ध उर में, अटल स्वतंत्रता का संचार कर गद्दार से भेद पा कर, नाॅट बोवर खुश था आजाद को घेर कर पर जो जन्म से आजाद था, रहना जिसे अटल आजाद था