बेशक, जब चोट तुझे लगती हैं, तो दर्द मुझे होता हैं, पर मैं चाहता हूँ जाना , ये दर्द तुम्हे भी हो जाये, तुम भी तड़पो मेरी याद में , ओर चेन तुम्हे भी ना आये रोकर तुम लगालो मुझे गले, और वक्त वही पर थम जाए तू बाहों में रहे सदा मेरी मेरा मन बस यही चाहें, ,,, ,मैं चाहूँ मेरी याद तुझे भी तड़पाये रोकर एक बार तू मुझसे लिपट जाए, ऐ-जाना काश तुझे भी मुझसे महोब्बत हो जाये