चंद गुफ्तगू में हसीन रातें गुज़र रही गमों के आंधियों में सुकुं के बूंद बरस रही अनछुआ होके छुआ लग रहा मैं शायद वो मेरी कविता पढ़ रही और बुन रहा ख़्वाब मैं यूं उन्माद में उसके वो मेरे ख़्यालात में नवजात शिशु सी सो रही #dedicatedtosomeone #kamil_kavi #kunu #kunalkanth #yqdidi #yqbaba #kunu