अपनी यादों में तुमको बुलायेंगे बाहों में भरकर फिर तुम्हें बहलायेगे कोशिश रहेगा की सुबह तक प्यार करु हाथें तुम्हारा पकड़ लेंगे फिर तुम्हें रिझायेगे मिलने का वादा जो तुमने किया था पास बुलाकर अपने फिर तुम्हें बहकायेगे अभी जाने की जीद ना करो तुम बैठो पास मेरे तुमको प्यार से समझायेगे इतनी भी क्या जल्दी है चले जाना रुको जरा तुम मैं अपने दिल तुमको बैठायेगे प्यार नहीं है तो कोई बात नहीं यारा आरिफ दिल के आईने में तुम्हें फिर भी बसायेगे अपनी यादों में तुमको बुलायेंगे बाहों में भरकर फिर तुम्हें बहलायेगे कोशिश रहेगा की सुबह तक प्यार करु हाथें तुम्हारा पकड़ लेंगे फिर तुम्हें रिझायेगे मिलने का वादा जो तुमने किया था पास बुलाकर अपने फिर तुम्हें बहकायेगे