थोड़ी थोड़ी सिहरन थोड़ी ठंडक की आभास .. लो आ गया शीत ऋतु का मीठा सा एहसास... संग संग आती दीपावली,बढ़ते घरों में ढेरों काम.. त्योहारों की तैयारी में,तन मन को कहाँ आराम.. सुबह की गुनगुनी धूप इनदिनों सबको खूब भाती.. आहार तन को लगते,सहज ही भूख बढ़ जाती.. तन को जो दें गर्मी,कपड़े संदूकॊ से निकलने लगे हैं.. फैशन के इस दौर में, पूरे अंग सबके ढकने लगें है.. सूरज आते आजकल जल्दी,जल्द शाम हो जाती है.. चाँद की शीतलता में,रात गर्म बिछौनो में कट जाती है.. घरों में विक्स,बाम,बोरोलीन की खुश्बू बिखरने लगी है.. चाय,कॉफ़ी,काढ़े से सुबह की शुरुआत होने लगी है.. ऋतुओं में राजा शरद ऋतु स्वास्थ्य के लिए उपहार.. वर्षभर संचित स्फूर्ति मिले,रखें पथ्य-अपथ्य का विचार. Happy winter 👩🚀 ©Chanchal's poetry #nojotowriters #winteriscoming #winterseason #poem #Winter