कैसे बताऊँ, मेरे ग़म, मेरी जा, बिदाई का मौसम है ये जहा, कहना तो चाहता हूं, मगर क्या कहूं, भूलजा तु मुझको मेरे समा l ऎ दिल अब मुझको तु इतना बता, कैसे भुला दूं तुझे मेरी जा, जा-रे-जा अब ना तड़पा, कैसे बताऊँ...... जो वक्त बीता है तेरे साथ मेरे जा, अब नहीं आएंगे, वो हवा कैसे भुला दूं तुझे मेरी जा, वो हंसी, वो रूखी बचपन भला, ये जादू नहीं तो क्या है बता कैसे बताऊँ मेरे ग़म मेरी जा...... 28/01/17 #NojotoQuote DLM Sun writer Written date 28/01/17 First Share date 04/02/17