के एक बार कोई बेरुख़ी से जवाब न दे तो मैं झट से अपनी राह मोड़ कर अपने मन को पथभ्रष्ट कर अपने आप को बर्बाद कर दूँ लेकिन ये ना समझ पाऊँ की शांति और अहिंसा कभी भी खाली न होकर बोहोत बार स्वतः ही नमक का निर्माण कर आत्मसम्बलता को जागृत कर शत्रुओं का भी मन अधीर कर उनमें प्रेम की प्रगाढ़ता का बीजारोपण कर उन्हें सत्य के लिए जागरूक कर दिया करता है। #गांधीजयंती #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi