ज़िन्दगी की किताब के कुछ पन्ने पलट मैं दो पल फिर से उसके साथ जी लेता हूँ । गुमसुम सा हूँ जिसके बिना यहाँ मैं फिर से उसका नाम कह लेता हूँ । बड़ी दर्द भरी है अब ये मेरी किताब बस उसकी खातिर ये दर्द मैं हर बार सह लेता हूँ । किसी ज़हर से कम नही इश्क़ का यह प्याला पर उसके नाम का ये जहर मैं हर बार पी लेता हूँ ।। #yqbaba #yqdidi #hindi #wordship #zindagi_ki_kitaab