निशब्द हूँ, निराधार हूँ मैं। दुनिया के सवालों में उलझा, खुद ही एक सवाल हूँ मैं।। जिस के हर पन्ने पर लिखा हो सुकून, उस नई किताब का, आगाज़ हूँ मैं। निशब्द हूंँ निराधार हूंँ मैं।। SHIVANGI ASTHANA🖋🖋 ©Shivangi Asthana #newstarting #Books