काश, कि ये ज़िंदगी सचमुच एक किताब होती, पढ़ सकती मैं कि आगे क्या होगा, क्या हासिल होगा और ये दिल क्या खोयेगा, काश, कि ये ज़िंदगी सचमुच एक किताब होती, फ़ाड़ देती मैं हर एक वरक़ उन लम्हों के, जिन्होंनें मुझे रूलाया है, जोड़ती कुछ हसीन लम्हों के पन्ने, जिनकी यादों नें मुझे हंसाया है, कुछ हिसाब तो लगा पाती, कितना खोया और कितना पाया है, काश, कि ये ज़िंदगी सचमुच एक किताब होती, वक़्त से आँखें चुराकर पीछे चली जाती, टूटे सपनों को फ़िर से अरमानों से सजाती, कुछ पल के लिये मैं भी मुस्कुराती, काश, कि ये ज़िंदगी सचमुच एक किताब होती । #yqbaba #yqdidi #lifeisfullofsurprises #painfulllife