हज़ार ख़्वाहिशों का बोझ लिए चलते हैं, गिरते हैं हर बार पर ! फ़िर भी संभलते हैं !! चिंगारी तो दिल मे होनी चाहिए ! यूँ ही नहीं पानी मे दिए जलते है !! # हजारों ख्वाहिशें#