GRATITUDE: For DDD From DD बादल खूब बरसे, नीलगगन मुस्कराया, स्नेहिल स्पर्श लिए इंद्रधनुष 🌈 आया, मन के विशाल नभ पे, स्नेह का बादल छाया, मन की आंखों के कोर मे आंसू की बारिश की बूंदे,