जिस दिन सूरज-चांद... निकलना छोड़ दे, जिस दिन तुम्हारे सर पर.. आसमान ना रहे, जिस दिन बारिश तुम्हारे घर पर .. बरसनें से इंकार कर दे , हवा गुजर ना छोड़ दे!... पानी बहना छोड़ दे!!... उस दिन!!!..अपने रब को दोष देना, जिस दिन कुदरत तुम्हारे, साथ भेद-भाव करने लगे, इंसान की गलतियों पर पर्दा... डालकर, कुदरत का कहर बताना, कहाँ की समझदारी है...? #जिन्दगी #लोग #कुदरत #बातें #yqhindi #carona #lockdown