अब कुछ नही मेरे पास देने को ना प्यार ना नफरत ना सुख ना दुख ना दोस्ती ना दुश्मनी ना आंसू ना हंसी ना दिलासा ना फटकार ना गुस्सा ना प्यार कुछ नहीं बचा है देने को मेरे पास सिवाए शिव की गई भक्ति के कहने को, अब हम फकीर है, मानो तो, पत्थर की लकीर है। ©Jayshree Bajaj #भक्ति #लकीर #फकीर