ज़रा सी ज़िंदगी है, अरमान बहुत हैं! हमदर्द नहीं कोई, इंसान बहुत हैं ! दिल के दर्द सुनाएं तो किसको ! जो दिल के करीब है, वो अनजान बहुत हैं !! ©Mohit Kumar Goyal ज़रा सी ज़िंदगी है, अरमान बहुत हैं! हमदर्द नहीं कोई, इंसान बहुत हैं ! दिल के दर्द सुनाएं तो किसको ! जो दिल के करीब है, वो अनजान बहुत हैं !! #Exploration