मुझसे उल्फ़त की तालीम कर, उल्फ़त औरो पर लुटाती है। सच्चे झूटों से मेरे अबसार मीखकर, अकसारियत से औरो को खिलाती है। बड़ी नादान और पाक है बेचारी, जल्द में दर्द सहना सिखना भूल गयी। गैरों से दिल टूटता है जब, अश्क़ लेकर मेरे पास ही वापस आती है। Ulfat : love Taleem : learning Absaar : eyes Meekhna : shut Paak : innocent Aksariyat : body Ashq : tears #354 #rajat #rajatagarwal #rajatshayri #melting_philosophy