लिखी है एक शायरी तेरे नाम, तुझे याद करूं मैं अब सुबह-ओ-शाम, तुम तो ईद का चाँद हो गये हो, दुनिया में दिखते नहीं हो तुम आम, कहाँ छुप कर बैठे हो तुम अब तक, मैं न तेरा नाम जानूं, न ग्राम। लगता है कि अब तक भी नहीं पहुँचा, तेरे दिल तक मेरे दिल का पयाम। तेरे आने की उम्मीद है अभी, तेरा इंतिज़ार है मुझे अय्याम। ©Mandeep Grewal आम = सर्वव्यापक, सर्वसाधारण, आम लोग ईद का चाँद होना = (someone) be rarely seen ग्राम = गाँव, Village पयाम = समाचार, ख़बर, संदेश अय्याम = प्रतिदिन, रोज़ #Rose #Nojoto #nojotohindi #lovepoetry #loveshayari #ghazal #mandeepshayari