Dil तुम्हे देखा तो दिल मेरा रो दिया... कल था मेरा लगा आज खो दिया... निगाहें निगाहो से मिली मैं खुद को खो दिया.. तुम्हे देखा तो दिल मेरा फिर रो दिया.. मुश्किल था , खुद को समझा ना तू छोड़ गई उल्फ़त मेरी कम थी, दौलत के आगे जालिम फ़िर तुम्हे देखा तो दिल मेरा रो दिया.. कल था मेरा लगा आज फ़िर खो दिया.. ©संजय जालिम " आज़मगढी" # दिल#