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कितनी खुशी होती है कंधे पर सर रख कर जीने में, मानो

कितनी खुशी होती है कंधे पर सर रख कर जीने में,
मानो कैद कर लिया सारे लम्हों को सीने में।

यूं तो हम उम्र भर लड़ते रहते है छोटी छोटी बातों पर,
पर सिसकिया भी लेते रहते है आकर उन्ही कंधों पर। #सच्चाई जिंदगी की
कितनी खुशी होती है कंधे पर सर रख कर जीने में,
मानो कैद कर लिया सारे लम्हों को सीने में।

यूं तो हम उम्र भर लड़ते रहते है छोटी छोटी बातों पर,
पर सिसकिया भी लेते रहते है आकर उन्ही कंधों पर। #सच्चाई जिंदगी की

#सच्चाई जिंदगी की #विचार