उनकी आँखों में देखते हैं हम बेइंतहा मोहब्बत अपने लिए, बहुत अर्सा हुआ उन्हें अपनी जुबां से इज़हार - ए - मोहब्बत किए हुए अपनी गहरी आँखों से अक्सर लेते हैं वो जुबां का काम, बेज़ुबां सा इश्क़ है उनका, पर दिल में वो प्यार का समंदर हैं छिपाए हुए 📌नीचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें..🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 की प्रतियोगिता RQ|11 में स्वागत करता है..🙏🙏 💫आप सभी 4-6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।