हां! मैं जिंदा हूं चलो ,यह एहसास ही काफी है जिंदा रहने के लिए इस नीरीह ,बेबस निस्प्राण धरती पर जहां ना अब ना बची लोगों में जीने की ललक ना वो युगों बाद मानुष तन पाने की चाह चलो ,अच्छा है कि मैं अभी भी जिंदा हूं इन संवेदनहीन मुर्दों के बीच जिनका ना कोई धर्म है ना कोई जात हां मैं जिंदा हूं चलो यह एहसास ही काफी है ज़िंदा रहने के लिए ।। शैलेश 'सरल' हां ,मैं जिंदा हूं।।