यादों का किस्सा है, सफ़र अनोखा सा है, बीत रहे साल का ग़म, अभी कुछ ताजा सा है. बैठ कर सुनानी होगीं, बीते सफ़र कि,कुछ बातें, अभी तो साल कुछ, बाकी सा है. ©kavi Amulya #बिता साल #bye2020